I AM BIHAR – FROM TRAILS TO TALES DOCUSERIES REVIEW­ : ये बिहार आपके द्वारा सुने गए बिहार से जरा हटके है , शांत और सुंदर बिहार



एमपी नाउ डेस्क


I AM BIHAR – FROM TRAILS TO TALES DOCUSERIES REVIEW­ : बिहार एक ऐसा राज्य जो अक्सर अपनी नकरात्मक छवि को लेकर चर्चा में रहता है, चाहे फिर वह राज्य की राजनीति हो या फिर शिक्षा से लेकर वह के नागरिकों का लिविंग स्टाइल। आजादी के इतने वर्ष बाद भी भारत का यह राज्य बेहतर शिक्षा पलायन जैसे मुद्दो को लेकर देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा अधिक संघर्ष करते हुए देखा जा सकता हैं। जबकि इस राज्य का भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है, इस राज्य में मौजूद अलग-अलग जिले का एक बेहद विस्तृत इतिहास रहा है लेकिन आज इस राज्य की अच्छी और उत्तम, हुनर, इतिहास, साहसिक, परम्परा को भुला कर एक ऐसी राज्य की छवि निर्मित हो गई हैं जिसको सुनते ही लोग इस राज्य को हीनता की भावना से देखते है। इस छवि को तोड़ने और बिहार का बेहद समृध्दशाली ऐतिहासिक महत्व, संस्कृति, खानपान, रोमांचित करने वाले स्थानों के बारे में विस्तृत जानकारी उपल्बध करवाने के उद्देश से बिहार टूरिज्म और तत्कालीन सरकार के पर्यटन विभाग की ओर से एक डॉक्यूमेंटी सीरीज की स्वीकृति से


I AM BIHAR – FROM TRAILS TO TALES DOCUSERIES का निर्माण किया गया हैं। 


इस डॉक्यूमेंटी फिल्म का निर्माण stalker films ने किया है, पूरी डॉक्यूमेंटी फिल्म को होस्ट पायल गुलाटी करती है जो बिहार के अलग- अलग जिलों में मौजूद ख़ुबसुरती, लोगों को, ट्रेवल यात्रा और अपनी एक ख़ास शैली से प्रस्तुत करती है। डॉक्यूमेंटी फिल्म में प्रोड्युसर विमल सेठी है जो stalker films कंपनी के मालिक भी है, शायद। 


इसके अलावा जो काम डॉक्यूमेंटी फिल्म में नज़र आता है उस व्यक्ति का नाम मुझे उल्लेखित करना चाहिये तो वह है डॉक्यूमेंटी फिल्म के सिनेमोटोग्राफर अभिषेक गौर और वासुकी एस एन यह वह नाम है जिन्होंने पूरी डॉक्यूमेंटी फिल्म के लिये सुंदर दृश्यों का निर्माण किया है। डॉक्यूमेंटी फिल्म का निर्देशन पुनीत डिंगरा ने किया है इन नामों के अलावा एक दर्जन से अधिक नाम और उल्लेखित किये गए है जिनके संयुक्त प्रयास से डॉक्यूमेंटी फिल्म का निर्माण हुआ है।

कहां देखें I AM BIHAR?

दर्शकों के लिए बिहार का बेहद समृध्दशाली इतिहास बिहार की संस्कृति खानपान एडवेंचर्स स्थानों की विस्तृत विरासत पर्यटन स्थलों की जानकारी जो आपकों बिहार घुमने के लिए प्रेरित करने की उमंग जगाने के लिये धार्मिक महत्व शांति की अनुभूति करवाने में सफलता अर्जित करने वाली इस I AM BIHAR डॉक्यूमेंटी फिल्म को MTV और जियो हॉटस्टार के ओटीटी प्लेटफॉर्म में देख सकते हैं। 

14-14 मिनट के 6 एपिसोड में बिहार को जाननें के लिये शुरु हुई यात्रा राजगीर से नबादा होते हुए बोधगया जहां बुध्दा फुटस्टेप गया की कैब्स टेम्पल, गया का फेमस तिलकुट की जानकारी देते हूये रोहतास टू कैमूर के फोर्ट और फ़ेथ़ चंपारन के रुट्स ऑफ रिवॉल्यूशन बांका टू भागलपुर में समाप्त होती हैं। इस डॉक्यूमेंटी फिल्म में 2500 वर्ष पुरानी मेडिटेशन गुफाएँ, पत्थर कटी कला, शीतल कुण्ड गुरुद्वारा, ककोलन जलप्रताप, करवदिंया माइन्स, उरुवला फारेस्ट, विश्व शांति स्तूप, विष्णुपाद टेंपल, बाल्मिकी टाइगर रिजर्व, थ्रारु टाइब, मंजुशा आर्ट, भागलपुर का सिल्क सभी प्रमुख चीजों स्थानों को डॉक्यूमेंटी फिल्म में समेटने की बढ़िया कोशिश की गई हैं।

डॉक्यूमेंटी फिल्म आपकों एक ऐसे बिहार के दर्शन कराने का भरसक प्रयास करती है जो एक पर्यटन की दृष्टि से यात्रा करने वाला यात्री अपने पर्यटन स्थल के बारे में सोचता है.....फिल्म अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफलता हासिल करती है, बाकि जो बिहार पर्यटन विभाग का लक्ष्य इस फिल्म के माध्यम से टूरिज्म को बढ़ाने का है वो कितना अधिक कारगार साबित होता है वह समय तय करेगा।

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अरविंद साहू (AD) Freelance मनोरंजन एंटरटेनमेंट Content Writer हैं जो विभिन्न अखबारों पत्र पत्रिकाओं वेबसाइट के लिए लिखते है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में भी सक्रिय है, फिल्मी कलाकारों से फिल्मों की बात करते है। एशिया के पहले पत्रकारिता विश्वविद्यालय माखन लाल चतुर्वेदी के भोपाल कैम्पस के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के छात्र है।


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